KADAKREPOT18:
NEW ANTIBIOTICS POLICY IN KERALA
एंटीबायोटिक को लेकर केरल सरकार का नया नियम आया है नए नियम के अनुसार कोई भी एंटीबायोटिक मेडिसिन ,जब फार्मासिस्ट डिस्पेंस करेगा तो उसके लिए एक न
उस एनवेलप का रंग नीला रखा गया है ।
कोई भी फार्मासिस्ट जब अस्पताल में किसी मरीज को देगा या पेशेंट को काउंसिल करेगा या डॉक्टर प्रिसक्राइब्ड करेगा तो जो मेडिसिन डिस्पेंस होने जाएगी उसको जो डिस्पेंसिंग करने �
फार्मासिस्ट करते हैं तो उस टाइम पर फार्मासिस्ट उसको नीले रंग के एनवेलप में देगा और उस एनवेलप के ऊपर उस मेडिसिन के रिलेटेड सारी जानकारी लिखी होगी कब खाना है कब नहीं खाना है उसको क्या साइड इफेक्ट हो सकते हैं क्या परिणाम हो सकते हैं कितने दिनों तक खाना है ड्यूरेशन क्या है वह सारी चीज उस एनवेलप के ऊपर लिखी होगी जिससे मेडिसिन का ओवर कंजप्शन ना हो राज्य में
और मेडिसिन प्रॉपर तरीके से असर कर सके तो जैसा कि हम देखते आए हैं कि जब भी हम बीमार होते हैं तो हमारा डॉक्टर हमको पहली बार में एंटीबायोटिक प्रिसक्राइब कर देता है जो की रिकमेंडेशन के खिलाफ है रिकमेंडेशन के अकॉर्डिंग आपको प्राइमरी जो साइन सिंपटम है उसमें मेडिसिन प्रिसक्राइब्ड नहीं करनी चाहिए लेकिन कुछ डॉक्टर नॉर्मल साइंस सिंप्टोम्स में भी आपको मेडिसिन प्रिसक्राइब्ड कर देते,
जिससे आप जल्दी ठीक हो जाओ तो ऐसी समय आपको विशेष ध्यान रखना है।
कि मेडिसिन आपको कब लेनी है कब मेडिसिन नहीं लेनी है मेडिसिन कैसे यूज करनी है तो इसके लिए केरल सरकार ने एक बहुत बड़ा इनीशिएटिव लिया है जिसमें 50000 एनवेलप सरकार की तरफ से प्राइवेट सेक्टर के फार्मासिस्ट को दिए जाएंगे और उसके बाद फार्मासिस्ट को यह बोला जाएगा कि अभी इन फ्यूचर ए मेडिसिन आप इसी तरीके के एनवेलप में पेशेंट को डिस्पेंस करोगे और उनको गाइड लाइन जारी की जायेगी।
अब बात कर लेते मेडिसिन की तो मेडिसिन शरीर में जाकर जो भी बैक्टीरिया वायरस हमारे शरीर में आकर हमारे शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को कम कर देता है तो एंटीबायोटिक-मेडिसिन शरीर में जाकर उन बैक्टीरिया वायरस को रोकता है या उनकी ग्रोथ नहीं होने देता है जिससे हमारा शरीर धीरे-धीरे स्वस्थ होने लगता है इसी प्रकार से अगर आप लंबे समय तक मेडिसिन को खाते हो या कंज्यूम करते हो तो एंटीबायोटिक आपके शरीर पर असर करना छोड़ देती है या बहुत ना के बराबर असर करती है ।
एंटीबायोटिक तो इस प्रकार से आपको क्या करना है|
की एंटीबायोटिक डॉक्टर के बताएं अनुसार ही लेना है डॉक्टर ने अगर आपको 7 दिन के लिए दिया जाए तो पूरा 7 दिन का कोर्स करना है डॉक्टर ने अगर आपको 3 दिन के लिए दिया है तो आपको पूरा 3 दिन का कोर्स करना है अगर आप भविष्य में फिर से बीमार होते हो वैसे ही आपको लक्षण आ रहे हैं तब आपको वही एंटीबायोटिक फिर से रिपीट नहीं करना है आपको डॉक्टर के पास जाना है डॉक्टर को दिखाना है और उसके बाद आपडॉक्टर जो भी मेडिसिन आपको लिखेगा वह मेडिसिन आपको कंज्यूम करनी है,
या खानी आप खुद से मेडिसिन मत लीजिए सेल्फ मेडिकेशन आज की डेट में इंडिया में बहुत बढ़ गया है लोग गूगल के भरोसे जाकर मेडिसिन सर्च करते हैं और मेडिकल स्टोर से ले आते हैं तो यह उसे नियम के खिलाफ है ठीक है तो आपको ऐसे एंटीबायोटिक नहीं लेना चाहिए नहीं तो वह आपको बहुत हानिकारक स्थिति में डाल सकते हैं
इस प्रकार से एंटीबायोटिक का बहुत ज्यादा शरीर में उपयोग हो गया और दुरुपयोग भी आप कर रहे हो तो आप सोच समझकर एंटीबायोटिक को कंज्यूम कीजिए कि आपको कब एंटीबायोटिक लेना है और कब एंटीबायोटिक नहीं लेनी है तो केरल सरकार ने जो मेडिसिन पॉलिसी रिलीज की है।
तो वह मेडिसिन पॉलिसी केरल सरकार की पूरे देश में सबसे यूनिक है पर मेडिसिन पॉलिसी अभी उन्होंने पायलट प्रोजेक्ट लॉन्च किया है और धीरे-धीरे पूरे केरल राज्य में यह एप्लीकेबल होगा और एक समय पर जाकरहम चाहते हैं कि एक समय पर जाकर यह पॉलिसी पूरे देश भर में लागू हो जाए जिससे पेटेंट की जो सेफ्टी है उसको इंश्योर किया जा सके पेशेंट के सेफ्टी को कंप्रोमाइज नहीं किया जा सके कुछ भी एंटीबायोटिक कोई भी डॉक्टर कभी भी प्रिसक्राइब कर देता है तो जिस पेशेंट को भविष्य में एंटीबायोटिक रेजिस्टेंस होने के चांसेस बहुत ज्यादा बढ़ जाते हैं अगर एंटीबायोटिक रेजिस्टेंस कोई पेशेंट हो जाता है किसी भी बैक्टीरिया के अगेंस्ट में तो वह मेडिसिन उस पेशेंट को ना के बराबर भविष्य में असर करेगी मतलब वह उसे बैक्टीरिया को वह एंटीबायोटिक ठीक नहीं कर सकता तो आपको यह देख लेना है
आप जब भी मेडिसिन ले रहे हो कि वह एंटीबायोटिक आपके लिए है या नहीं है इसके लिए आपको एक एंटीबायोटिक कल्चर होता है कि जो अच्छे-अच्छे हॉस्पिटल में सारे डॉक्टर एंटीबायोटिक कल्चर करने के बाद ही आपको मेडिसिन प्रिसक्राइब करते हैं वह एंटीबायोटिक प्रिसक्राइब नहीं करते तो यह कुछ नियम है मेडिसिन को कंज्यूम करने के बाकी का आप डॉक्टर से सलाह के बिना कभी भी कोई मेडिसिन ना ले फार्मासिस्ट या मेडिकल स्टोर से जाकर कभी भी मेडिसिन ना ले ठीक है तो यह केरल सरकार का एंटीबायोटिक पॉलिसी बहुत अच्छा है और यह 2025 में आया है तो इस हिसाब से हमको उम्मीद है कि भविष्य में पूरे देश में आएगा और देश के सारे मरीजों का अच्छे से ख्याल रखा जाएगा।।