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ब्रेस्ट कैंसर (BREAST CANCER); कारण, रोकथाम, बचाव 10 पॉइंट्स में समझें।

ब्रेस्ट कैंसर (BREAST CANCER) कैसे शुरू होता है, ब्रेस्ट कैंसर के सामान्य लक्षण क्या होते हैं शुरुआत में,

ब्रेस्ट कैंसर (BREAST CANCER)  कितने प्रकार का हो सकता है,

ब्रेस्ट कैंसर (BREAST CANCER) में क्या रिस्क हो सकता है और उसको कैसे प्रीवेंट या कम किया जा सकता है !

ब्रेस्ट कैंसर (BREAST CANCER) सिर्फ महिलाओं का रोग नहीं है ब्रेस्ट कैंसर (BREAST CANCER)ज्यादातर महिलाओं में होता है लेकिन यह पुरुषों में भी हो सकता है ब्रेस्ट कैंसर सामान्यतय एक या फिर दोनों ब्रेस्ट में हो सकता है इसके लिए ऐसे ही कोई भी निश्चित नहीं है कि ब्रेस्ट कैंसर किसी एक ही ब्रेस्ट में हो है ना वह दोनों में हो सकता है एक में भी हो सकता है!

तो बात करते हैं की ब्रेस्ट कैंसर (BREAST CANCER) शुरू कैसे होता है उसकी शुरुआत में क्या लक्षण होते हैं_ब्रेस्ट कैंसर के

ब्रेस्ट के किसी भी भाग या पाठ से शुरू हो सकता है, जैसा कि आप जानते हैं

ब्रेस्ट में बहुत सारी मुख्य ग्लैंड

1_ (Glands )होती है , डक्ट्स होते हैं फैटी (Fatty Tissues) टिशूज होते हैं जहां से दूध (मिल्क) निकलकर नवजात बच्चों, इन्फेंट (Infant)तक जाता है ।

बात करते हैं ब्रेस्ट की तो ब्रेस्ट के बहुत सारे पार्ट्स होते हैं जहां पर ब्रेस्ट कैंसर शुरू हो सकता है (LOBULES) लॉब्यूल्स लॉब्यूल्स ब्रेस्ट का जो भाग होता है वह ब्रेस्ट में मिल्क बनाने में मदद करता है अगर किसी को लॉब्यूल्स (LOBULES) में कैंसर है, तो उसको लॉब्यूलर कैंसर बोलते हैं,

2_(Ductus)डक्ट्स तो डक छोटी-छोटी नलिकाएं होती हैं जो लॉब्यूल्स में मिल्क या दूध का प्रोडक्शन होता है उसको वहां से निकाल के निप्पल तक भेजते हैं उसको बोलते हैं हम डक्ट्स , और डक्ट्स ब्रेस्ट का एक ऐसा पार्ट है जहां पर सबसे ज्यादा ब्रेस्ट कैंसर महिलाओं

में देखने को मिलता है अगर यहां पर किसी को कैंसर होता है तो उसे स्थिति को हम बोलते हैं डक्टल कैंसर!

अब आता है फैट और कनेक्टिव टिशु तो कनेक्टिव टिशु और फैट वाला जो भाग होता है ब्रेस्ट में वह सबसे कम कैंसर देखने को मिलता है।

पॉइंट नंबर 3 ब्रेस्ट कैंसर (BREAST CANCER) के लक्षण के बारे में बात कर लेते हैं कि अगर किसी को ब्रेस्ट कैंसर हुआ है या उसको यह सामान्य लक्षण आ रहे हैं तो उसको ब्रेस्ट कैंसर होने के बहुत ज्यादा चांसेस है तो वह डॉक्टर को दिखाएं और इस चीज में बिल्कुल भी आलस ना करें !

तो बात कर लेते की ब्रेस्ट कैंसर (BREAST CANCER) के लक्षण क्या-क्या हो सकते हैं,

तो ब्रेस्ट कैंसर (BREAST CANCER) का पहला लक्षण है कि मरीज को ब्रेस्ट में गठान या लंप्स बनना शुरू हो जाता है,

और बहुत बार एलम्स बिना कैंसर वाले होते हैं मतलब कैंसर नहीं होते हैं इन लंपस को सर्जरी के द्वारा निकाल के मरीज को ठीक किया जा सकता है।

दूसरा लक्षण देखने को मिलेगा कि कुछ दिनों तक आपके ब्रेस्ट थोड़े से टाइट और दर्द भरे रहने लगेंगे आपको राइट या लेफ्ट ब्रेस्ट में दर्द रह सकता है ,

निप्पल एकदम से फ्लैट या निप्पल एकदम से श्रिंक या सिकुड़ जाना यह अगला लक्षण हो सकता है

ब्रेस्ट कैंसर में  स्किन का कलर एकदम से चेंज हो जाना, किसी किसी में कल किसी में थोड़ा पीला सा किसी में पिंक कलर भी हो सकता है ब्रेस्ट का इस प्रकार से अगर आपको लग रहा है कि आपके ब्रेस्ट के कलर चेंज हो रहा है

आपका ब्रेस्ट का निप्पल फ्लैट होने लग रहा है तो आप डॉक्टर के साथ कंसल्ट कर सकते हैं आपके ब्रेस्ट का साइज और शेप चेंज हो रहा है और आपको लग रहा है कि आप उसे नोटिस कर रहे हो,

और ब्रेस्ट कैंसर में ब्रेस्ट की जो त्वचा या स्कैन है वह एकदम से छीलना या पापड़ीदार होना भी ब्रेस्ट कैंसर के लक्षणों में से एक है,

अब बता दे कि आपको डॉक्टर को कब दिखाना चाहिए अगर आपको ब्रेस्ट के अंदर स्तन के अंदर अगर गठन दिख रही है गठन महसूस हो रही है एकदम से आपको दर्द शुरू हो गया है ब्रेस्ट में तो अब डॉक्टर के साथ कंसल्ट कर सकते हो,ब्रेस्ट कैंसर (BREAST CANCER)

बात कर लेते की ब्रेस्ट कैंसर के या स्तन कैंसर के मुख्य क्या कारण हो सकते हैं, तो ब्रेस्ट कैंसर या स्तन कैंसर के अभी तक कोई भी ऐसे कारण नहीं है

कि जिसमें वैज्ञानिक या डॉक्टर ऐसा बोल सके कि इस बीमारी के वजह से इस चीज के वजह से किसी को कैंसर हो रहा है इसका अभी तक कोई प्रमाण नहीं है

लेकिन साइंटिस्ट ऐसा बोलते हैं की ब्रेस्ट कैंसर होने में सबसे ज्यादा जो चीज अफेक्ट करता है

उन चीजों के बारे में आपको जानना जरूरी है कि कौन-कौन से ऐसे कारण है जिसे ब्रेस्ट कैंसर (BREAST CANCER) होने के चांसेस बहुत ज्यादा है

तो पहले तो हमेशा से यही कारण रहा है किसी भी बीमारी में क्या आपका जो लाइफस्टाइल है वह कैसा है आप किस माहौल या एनवायरमेंट में रहते हो, वैज्ञानिक या रिसर्चर इस चीज पर ज्यादा जोर नहीं देते है

कि आपको इन सारी चीजों से ब्रेस्ट कैंसर हो रहा है बट जो रिपोर्ट अभी तक आई है सामने उन में आपको देखने को मिलेगा की ब्रेस्ट कैंसर आपके जो ब्रेस्ट के सेल्स होते हैं उसमें डीएनए का एकदम से चेंज हो जाना और सेल्स का एकदम से मल्टीप्लिकेशन हो जाना कि एकदम से ऐसा ग्रोथ हो जाना जिसको आप कंट्रोल में नहीं रख सकते हों ।

वह किसी भी प्रकार के कैंसर में होता है जैसा ही ब्रेस्ट कैंसर (BREAST CANCER) होता है

ब्रेस्ट कैंसर का रिस्क क्या हो सकता है जो हम अभी ऊपर बात कर रहे थे कि उसके कारण क्या है ब्रेस्ट कैंसर होने की तो सबसे बड़ा कारण ब्रेस्ट कैंसर  किसी भी मरीज में होने का है

वह कारण है आपका फैमिली का हिस्ट्री जिसमें किसी को ब्रेस्ट कैंसर रहा हो जैसे आपकी माता-पिता है ना आपके भाई बहन तो ऐसे लोगों को ब्रेस्ट कैंसर का खतरा बहुत ज्यादा होता है

जिनके फैमिली में ब्रेस्ट कैंसर (BREAST CANCER) का पहले से कुछ हिस्ट्री या इतिहास रहो या किसी को फैमिली में पहले ब्रेस्ट कैंसर रह चुका हो ऐसे मरीजों को थोड़ी सावधानी बरतनी चाहिए सावधानी मतलब कि आप पहले से अवेयर रहे हैं

डॉक्टर को कंसर्ट करें आप मैमोग्राफी कराए,

बहुत बार ऐसा भी देखा गया है कि उसकी फैमिली या परिवार में कोई हिस्ट्री नहीं है पहले किसी को प्रेस कैंसर था ही नहीं ऐसे बहुत सारी मैरिज आज की डेट पर है

जिनको ब्रेस्ट कैंसर (BREAST CANCER)का डायग्नोसिस डॉक्टर बन रहा है

दूसरा है कि अगर आपको एक ब्रेस्ट में लैंप्स या कैंसर है तो उसके बहुत ज्यादा चांसेस है कि वह एक ब्रेस्ट से दूसरे ब्रेस्टमें फैले तो यह भी एक रिस्क फैक्टर हो सकता है ब्रेस्ट कैंसर।

अभी हाल ही में कुछ रिसर्च स्टडीज ऐसे आए हैं जिनमें ऐसा लिखा हुआ है कि अगर किसी को पीरियड्स 12 साल से पहले शुरू हो जाते हैं

तो उसको ब्रेस्ट कैंसर होने के चांसेस उसकी कंपैरिजन ज्यादा है जिसको पीरियड 12 साल के बाद शुरू हुए।

कोई भी ऐसा परसों कोई भी ऐसा मरीज जिसको मेनोपॉज मतलब पीरियड आना बंद 55 साल के बाद हुआ है तो ऐसे मरीज को भी बहुत ज्यादा रिस्क है उन मरीज की तुलना में जिन मरीज का मेनोपॉज 48 से 50 साल के बीच में हो गया है।

अगर आपका पहला बेबी 30 साल के बाद पैदा हो रहा है तो ऐसे मरीजों को भी ब्रेस्ट कैंसर होने का खतरा ज्यादा होता है उनकी तुलना में जिनका पहले बच्चे 30 साल से पहले पैदा हो गया।

ऐसे मरीज जिन जिन्होंने कम से कम एक बच्चे को जन्म दिया है या एक से ज्यादा बच्चे हैं उनके पास उनका ब्रेस्ट कैंसर होने का खतरा कम होता है उनकी तुलना में जिनके पास अभी तक एक भी बच्चा नहीं है या उनको प्रेगनेंसी कभी कंसीव हुई नहीं,

ब्रेस्ट कैंसर का खतरा उम्र के साथ-साथ बढ़ता चला जाता है

कुछ हार्मोनल चेंजेज या हारमोंस का जो चेंज होता है शरीर में और उसके लिए जब डॉक्टर मेडिसिन प्रिसक्राइब करता है,

तब भी मरीज को ब्रेस्ट कैंसर (BREAST CANCER)होने का खतरा ज्यादा होता है कोई अगर बहुत मोटा है तो मोटापा भी ब्रेस्ट कैंसर का एक बहुत बड़ा कारण हो सकता है ।

कोई भी मरीज किसी भी रेडिएशन के एक्सपोजर में आ रहा है तो ऐसे मरीज को भी ब्रेस्ट कैंसर (BREAST CANCER) का खतरा बहुत ज्यादा रहता है रेडिएशन के एक्सपोजर में मतलब अगर आप एक्स-रे मशीन के कांटेक्ट में ज्यादा आ रहे हो या कोई भी टाइप का रेडिएशन जो आपकी बॉडी को इफेक्ट कर रहा है इंटरनल जिससे आपको बाहर से नहीं दिखाई दे रहा है

हम बात कर लेते की ब्रेस्ट कैंसर (BREAST CANCER)के लिए रोकथाम क्या किया जाए या ब्रेस्ट कैंसर का रिस्क कैसे कम से काम किया जाए तो आपका जो डेली का रूटीन है

उसको आपको चेंज करके ब्रेस्ट कैंसर (BREAST CANCER) का जो खतरा है वह आप काम कर सकते हो आप काम से कम साल में एक बार डॉक्टर के साथ कंसर्ट करके ब्रेस्ट कैंसर (BREAST CANCER) का स्क्रीनिंग जरूर कराए।

आप खुद भी ब्रेस्ट का एग्जामिनेशन या निरीक्षण कर सकते हो, जैसे आपके ब्रेस्ट में कभी लंपस दिखाई दे रहा है या कुछ ऐसे चेंज दिखाई दे रहे हैं

जो ब्रेस्ट में नहीं होने चाहिए तो उसे स्थिति में आप डॉक्टर को जाकर बता सकते हो,

ऐसे मरीज जो अल्कोहल या शराब ज्यादा पीते हैं उनमें ब्रेस्ट कैंसर (BREAST CANCER) होने का खतरा बहुत ज्यादा होता है,

आप एक्टिव रहने के लिए मिनिमम योग और एक्सरसाइज को आपके डेली रूटीन में ऐड करके भी ब्रेस्ट कैंसर (BREAST CANCER) रिलेटेड जो खतरा है संबंधित जो खतरा है उसको आप काम कर सकते हैं ,

आप जंक फूड कम से कम खाएं क्योंकि बाहर का जो खाना होता है उसमें जो तेल है

उसको बोलो रेफरी करते हैं बार-बार इस तेल को इस्तेमाल करते हैं तो उसे तेल की वजह से भी आपके ब्रेस्ट कैंसर (BREAST CANCER) हो सकता है तो अब ब्रेस्ट कैंसर का बहुत बड़ा कारण है,

आप एक हेल्दी वेट मेंटेन कर सकते हो आप वजन जितना कम रहेगा आपका उतना अच्छा है आपका बीएमआई 20 के आसपास रहना चाहिए बीएमआई होता है बॉडी मास इंडेक्स।

अगर किसी मरीज को लगता है कि उसको ब्रेस्ट कैंसर (BREAST CANCER) का खतरा बहुत ज्यादा है

तो ऐसे में वह कुछ ऐसे मेडिसिंस ले सकता है डॉक्टर की सलाह के अनुसार जो ब्रेस्ट कैंसर (BREAST CANCER)  के खतरे को काम करती है दूसरा ब्रेस्ट कैंसर रिलेटेड जो सर्जरी है

उसको भी लंपस (LUMPS) अगर किसी को बन रहा है तो उसे स्थिति में वह मरीज ब्रेस्ट कैंसर या ब्रेस्ट लंपस संबंधित जो सर्जरी है

वह कर के लैंप्स को रिमूव या बाहर कर सकता है ब्रेस्ट से तो जिससे उसको ब्रेस्ट कैंसर (BREAST CANCER) होने के जो खतरा है वह काम किया जा सकता है।

1 अक्टूबर को प्रति वर्ष ब्रेस्ट कैंसर डे मनाया जाता है।

तो आपको ऊपर बताए हुए, कारण लक्षण और रोकथाम के उपाय कैसे लगे आपके दोस्तों के साथ शेयर करें और ब्रेस्ट कैंसर के खतरे को कम करें।

Team_Kadakrepot18.com

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