KADAKREPOT18.COM

Highlight

3 इडियट वाले रंछोड़दास चांचड (रेंचो) ऊर्फ सोनम वांगचुक को दिल्ली पुलिस ने अरेस्ट क्यों किया?

सोनम वांगचुकसोनम वांगचुक को अरेस्ट क्यों किया गया इसका दिल्ली पुलीस यानी मोदी सरकार की पुलिस के पास कोई जवाब ही नहीं है,

दिल्ली पुलिस का कहना हैं कि, देश को राजधानी में बहुत सी जगह धारा 163 जो की पूर्व में धारा 144 के नाम से जानी जाती थीं,

पुलिस के पास कोई ठोस वजह नही है सोनम वांगचुक को जेल मे बंद रखने की इसलिए वांगचुक को रिहा कर दिया है, रिहा होने के बाद वांगचुक ने राजघाट जाकर महात्मा गांधी को नमन किया,सोनम बांगचुक पैसे से साइंटिस्ट के साथ- साथ बहुत सक्रिय पर्यावरण विद भी है लद्दाख को संविधान की 6वी अनुसूची में शामिल करने के लिए फुंगसुक वांगडू उर्फ सोनम वांगचुक,ने अपनी दिल्ली चलो पद यात्रा को लद्दाख से 1सितम्बर को शुरु किया था ,और ये पूरी पदयात्रा बड़े शांति पूर्ण ढंग से चली थी, सोनम वांगचुक की पदयात्रा में लद्दाख से बहुत से लोग धीरे धीर जुड़ते चले गए।

सोनम वांगचुक वही इंसान है जिन्होने आर्टिकल 370 हटने पर भारतीय जनता पार्टी के प्रधान मंत्री श्री नरेद्र मोदी का तह दिल से स्वागत किया था,और
कहा था कि भविष्य में मैं उम्मीद करता हूं कि सरकार लद्दाख के लोगों की समस्या को समझेगी और

उस समस्या का हल निकालेंगे सोनम बागचुक के लंबे इंतजार के बाद भी सरकार ने उनकी कोई भी मांग को स्वीकार नहीं किया और अपनी मांगों को सरकार के सामने रखने के लिए सोनम बैंकॉक को बहुत सारी पॉलिटिकल पार्टियों से उनकी पार्टी में शामिल होने के ऑफर आए लेकिन सोनम वांगचुक उर्फ फुंगशुक बांगडू ने,

सभी पार्टियों को दरकिनार करते हुएयह ठाना कि मैं लद्दाख को बचा के रहूंगा लद्दाख की जनता की आवाज को उठाऊंगा लद्दाख की जनता में जाना शुरू किया और उन्होंने 1 सितंबर 2024 से पहले 50 दिनों तक भूख हड़ताल भी की थी जिसमें उनकी तबीयत बहुत ज्यादा बिगड़ गई उसके बाद उनको हॉस्पिटल्स होना पड़ा था

उसे भूख हड़ताल का भी सरकार के ऊपर कुछ असर नहीं हुआ उसके बाद सोनम बानसूर ने यह थाना की अब मुझे दिल्ली जाकर सरकार से बात करनी पड़ेगी और वह पद यात्रा लेकर दिल्ली की ओर चल पड़े जिस प्रकार से अभी हरियाणा में चुनाव चल रहे हैं तो सोनू मानसून को लगा कि अगर मैं हरियाणा में पदयात्रा करता हूं तो आने को परिया मेरे समर्थन में आ जाएगी जिससे सोनम बगसुक में अपनी पदयात्रा को हरियाणा में स्थगित करके हरियाणा को उन्होंने बाईपास किया और दिल्ली के सिंधु बॉर्डर से दिल्ली में वह प्रवेश करने वाले थे

लेकिन दिल्ली में बैठी मोदी सरकार ने सोनम वांगचुक को सिंधु बॉर्डर पर रोक दिया और वहां से उनको दो दिनों तक विदा कारण के जेल में डाल दिया दो दिन के बाद जब देश में हंगामा हुआ सोशल मीडिया पर सनम बानसूर के सपोर्टर की बाढ़ आई उसके बाद उनको रिलीज कर दिया गया, खासोनम वांगचुकने से निकलने के बाद सोनम मानसून ने यह ऐलान किया है

कि मैं तब तक भूख हड़ताल पर रहूंगा जब तक देश के प्रधानमंत्री से मेरी मुलाकात नहीं करवा दी जाती या देश के गृहमंत्री से मेरी मुलाकात नहीं करवा दी जाती तो अब देखना बड़ा दिलचस्प होगा कि देश के प्रधानमंत्री या देश के गृहमंत्री रांचोद्दास चाचड उर्फ सोनम वांगचुक से मिलने जाएगा या सोनम वांगचुक की मांगों को आम जनता की तरह नजरअंदाज कर दिया जाएगा

और लद्दाख के लोगों की बात को दरकिनार करके सरकार अपना काम करती रहेगी, और लद्दाख से सोनम बगसुख के साथ आए 150 से ज्यादा लोगों की उम्मीद यहीं पर खत्म हो जाएगी, बता दे चले कि लद्दाख से सोनम बागचुक ने 1000 किलोमीटर की यात्रा में बहुत सारे लोग उनके साथ जोड़ते हुए चले गए हैं, सोनाम वांगचुक की यात्रा में 15 साल के बच्चों से लेकर 80 साल के बुजुर्ग तक में तन और मन से भाग लिया उनके पैरों में चलते-चलते छाले पड़ गए उनका चक्कर आए उन्होंने धूप में पसीना बहाया

इस उम्मीद में वह देश के राष्ट्रपति या विपक्ष के नेताओं या देश के प्रधानमंत्री या देश के गृहमंत्री से मिल पाए,
सोनम वांगचुक वह नाम है जो फिल्म 3 इडियट देखने मैं आमिर खान का कैरेक्टर सोनम वांगचुक से ही प्रेरित था सोनम वांगचुक शिक्षा एवं पर्यावरण के लिए काम कर रहे हैं और उन्होंने लद्दाख में एक स्कूल भी खोला है उसमें सिर्फ उन बच्चों का एडमिशन दिया जाता है जो बच्चे किसी भी एग्जाम में पूर्णत: फैल हो गए हैं,

अब बात कर लेते हैं कि सोनम वांगचुक यह यात्रा कर क्यों रहे हैं, तो सोनम वांगचुक ने यात्रा इसलिए शुरू की है की सरकार लद्दाख को छठवीं अनुसूची में शामिल करें और यह वादा करें कि लद्दाख का जो कल्चर (संस्कृति) है लद्दाख की जो ज्योग्राफिकल कंडीशन है लद्दाख की जो लोग हैं उनका सुरक्षा मुहैया कराए,।

बताते चलें कि एक तरफ देश हित में कार्य करने वाले सोनम वांगचुक को सरकार सलाखों के पीछे डाल देती है वहीं दूसरी तरफ हत्या और रेप के मामलों में जेल में बंद बाबा राम रहीम को जमानत मिल जाती है बाबा राम रहीम को 2024 में एक चौथी जमानत है, जेल से रिहा होने के बाद सोनम वांगचुक ने यह ऐलान किया है कि लद्दाख से आए हुए लोगों से अगर सरकार मिलना नहीं चाहिए मिलना पसंद नहीं करेगी तो सोनम वांगचुक इस सरकार का खुलकर विरोध करेंगे

Post Comment